Amazing Interesting Ajab Gajab Fact about Indian Air Force, Hindi – भारतीय वायु सेना की जांबाजी के किस्से हर हिन्दुस्तानी ने सुने है जो कारनामे सुन के सीना गर्व से चौड़ा कर देते हैं. संकट की घड़ी में जहां जमीन पर भारतीय थल सेना के सैनिक दुश्मनों से लोहा ले रहे होते हैं तो वही आसमान में हमारे देश की सुरक्षा का जिम्मा भारतीय वायु के सेना के हाथों में होता है. दुनिया की चौथी बड़ी सैन्य शक्ति वाली भारतीय वायु सेना की जाबांजी के कई किस्से मशूहर हैं. हवाई हमलों से सुरक्षा और हवा से हवा की युद्ध कला में इसका जवाब नहीं। जानिए कुछ ऐसी बातें, जो वायु सेना पर हमारे फख्र को और ऊंचाईयों पर ले जाएगी। जिसपर हर भारतीय को गर्व है। तो आइये जानते है हमारी वायुसेना से जुड़े कुछ ऱोचक तथ्य।
Amazing Interesting Ajab Gajab Fact about Indian Air Force in Hindi
1. इंडियन एयरफोर्स 8 अक्टूबर 1932 से लगातार देश की सीमाओं की चौकसी पर है।
2. क्या आप को पता है महज 25 सैनिकों से शुरू हुई भारतीय वायु सेना।
3. आज़ादी से पहले इसे “रॉयल इंडियन एयरफोर्स” के नाम से जाना जाता था।
4. भारतीय वायु सेना ने 1947 के युद्ध के दौरान वायु सेना को कभी सीधे-सीधे शामिल नहीं किया. मगर भारतीय थल सेना के लड़ाकों को जंग के मैदान में लाने-लौटाने में उनकी अहम भूमिका थी
5. सन् 1965 तक भारतीय वायु सेना, पाकिस्तानी वायु सेना से तकनीकी रूप से पीछे थी. मगर सन् 65 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारते के बहादुर अफ़सरों ने पाकिस्तान के “सबरे” युद्धक विमानों से कुछ इस कदर लोहा लिया कि, उन्हें “सबरे का कातिल” की संज्ञा दी गई थी.
6. भारतीय वायुसेना अब तक पाकिस्तान से चार युद्ध में लड़ चुकी है।
7. इतना ही नहीं यह वायुसेना एक बार चीन जैसे देश से भी लड़ चुकी है।
8. आज इंडियन एयरफोर्स में 1,70,000 से भी ज़्यादा जवान है।
9. इंडियन एयरफोर्स के पास 1350 से भी ज़्यादा लडाकू विमान हैं।
10. सन् 1971 में जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था तो उस समय हमारी वायुसेना के पास रात में फ्लाई करने वाले एयरक्राफ्ट्स तक नहीं थे।
11. इंडियन एयरफोर्स की स्थापना सिर्फ एक ऑक्सलरी फोर्स या अतिरिक्त सेना के तौर पर हुई थी। लेकिन आज यह दुनिया की ताकतवर सेनाओं का हिस्सा है।
12. निर्मल जीत सिंह अकेले भारतीय वायु सेना अधिकारी है जिन्हें परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
13. इंडियन एयरफोर्स के पास अब तक का सबसे घातक लड़ाकू विमान(5th Generation Sukhoi PAK FA) भी है।
14. भारतीय वायु सेना की पहली महिला एयर मार्शल “Padmavathy Bandopadhyay है।
15. एयर मार्शल सर थॉमस वाकर इल्महर्स्ट इंडियन एयर फोर्स के पहले कमांडर-इन-चीफ थे।
16. एयर मार्शल सुब्रतो मुखर्जी इंडियन एयर फोर्स के पहले भारतीय चीफ थे।
17. इंडियन एयरफोर्स के नाम 14,000 से 18,000 फिट ऊंचाई पर छिपे दुश्मनों को खत्म करने का नया रिकॉर्ड भी है।
18. आपको यकीन नहीं होंगा लेकिन सन 1965 में जब भारत और पाक के बीच युद्ध हुआ तो उस समय पाकिस्तान के पास अमेरिका से बेहतर फाइटर जेट्स थे लेकिन इन सबके बावजूद इंडियन एयर फोर्स के सामने पाक टिक नहीं सका।
19. इंडियन एयरफोर्स के पास 60 से भी ज़्यादा एयर बेसेस है। जो पूरे देश में मौजूद है।
20. इंडियन एयरफोर्स का एक एयर बेस ताजीकिस्तान में भी है।
21. इंडियन एयरफोर्स का सबसे ऊंचा एयर बेस सियाचीन में है जो 6,706 मीटर ऊपर है। ज़रा सोचिए हमारे देश के जवान हमारी रक्षा के लिए कहाँ-कहाँ रहते है।
22. इंडियन एयरफोर्स का चिन्ह अब तक 4 बार बदला जा चूका है।
23. इंडियन एयरफोर्स के जवान अब तक पाक के 29 टैंक ,40APCs और एक रेलगाड़ी उड़ा चुके है।
24. भारतीय वायु सेना के नाम सबसे ज़्यादा लोगो को एयरलिफ्ट करने का विश्व रिकॉर्ड भी है। जिस पर अक्षय कुमार फिल्म भी बना चुके है। और यह फिल्म 100 करोड़ से ज़्यादा का कारोबार भी कर चुकी है।
25. इस समय इंडियन एयर फोर्स के पास 3 बीराइव, ए-50 फॉल्कन, एईडब्ल्यू एंड सी (एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल) एयरक्राफ्ट, 700 कॉम्बेट जेट्स, सात मिड एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट्स, टैंकर एयरक्राफ्ट्स, 133 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट्स, 158 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट्स, 155 यूटिलिटी हेलीकॉप्टर्स और करीब 200 यूएवीज हैं। जिससे हम पाक तो क्या चीन से भी लड़ सकते है।
26. इडियन एयरफोर्स के पास विशेष ऑपरेशनल यूनिट भी है। जिसे आज गरुड़ कमांडो फोर्स के नाम से जाना जाता है। 1500 पर्सनल वाली यह कमांडो फाेर्स दुश्मनों के द्वारा छुपा कर रखे गए हथियारों की खोज, रेस्क्यू ऑपरेशन में अग्रिम मोर्चे पर काम करना, दुश्मनों के मिसाइल और रडार पर नजर रखनाे जैसे कामों को अंजाम देती है।
27. भारतीय वायु सेना रूस की मदद से पांचवीं पीढ़ी का सुखोई पी.ए.के.एफ.ए का निर्माण कर रही है. इसके निर्माण के पूरे होने के बाद यह पूरी दुनिया के सबसे घातक लड़ाकू विमानों में शुमार हो जाएगा, जो इसे अमेरिका के एफ-22 की श्रेणी में ला खड़ा करेगा. अगले कुछ सालो में इसके निर्माण के पूरे हो जाने के अनुमान हैं.
28. अपनी चरम अवस्था में भारतीय वायु सेना लगभग 224 टुकड़ियों का संचालन करती है. अगर वर्तमान के आकड़ों पर नज़र डालें तो वायु सेना के पास 1,473 वायवीय बेड़ें हैं, जिसमें ट्रेनर, मालवाहक और हेलिकॉप्टर भी शामिल हैं.
29. भारतीय वायु सेना को इसकी पहली एयर मार्शल पद्मावती बंदोपाध्याय के रूप में मिली थीं. वे वायु सेना मेडिकल सर्विस (एयर हेडक्वार्टर्स) की डायरेक्टर जनरल थीं.
30. भारतीय वायु सेना के प्रथम कमांडर-इन-चीफ, एयर मार्शल सर थॉमस वाकर एमहिस्ट ने भारतीय वायु सेना को एक स्वतंत्र सेवा बनाया, जिससे वायु सेना आर्मी के सीधे कंट्रोल में न रहे. आजादी से पहले भारतीय थल सेना का कमांडर-इन-चीफ ही भारतीय वायु सेना पर कंट्रोल रखता था. एयर मार्शल एमहिस्ट को इस बात का भी श्रेय जाता है कि उन्होंने आधे-अधूरी वायु सेना को एक मारक और युद्धक अभियान में बदल डाला.
31. मार्शल भारतीय वायु सेना की हासिल की जाने वाली सबसे ऊंची मानद् उपाधि है, जो भारतीय थल सेना के फील्ड मार्शल के समान होती है. अर्जन सिंह एक मात्र वायु सेना ऑफिसर हैं, जिन्हें यह मानद् उपाधि दी गई है.
32. 22,000 फीट अर्थात् (6,706 मीटर) पर सियाचिन ग्लेशियर का एयरफोर्स स्टेशन, भारतीय वायु सेना का सबसे ऊंचा एयर फोर्स स्टेशन है. यहां इतनी बर्फ पड़ती है कि ख़ून भी जम जाए.
33. यह ख़बर और जानकारी आपके सुखद आश्चर्य हेतु है. भारतीय वायु सेना के बेस विदेशी सरज़मीं में भी हैं. भारतीय वायुसेना का विदेशी बेस फरखोर, तजाकिस्तान में है.
34. भारतीय वायु सेना का लोगो जो हमें आज दिखलाई देता है, वो 1933 से अब-तक चार बार बदला जा चुका है. सन् 1947 से 1950 तक अशोक चक्र को ही बतौर लोगो इस्तेमाल किया जाता था.
35. भारतीय वायु सेना देश से बाहर सन् 1960 में लड़ चुकी है, जब बेल्जियम का कांगो के ऊपर 75 साल चलने वाला राज अचानक से खत्म हो गया था. भारतीय वायु सेना ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र के अभियान में मदद हेतु 5 नंबर बेड़े को लगाया था.
36. करीब 1500 फाइटर विमानों से लैस भारतीय वायु सेना के बेड़े में कुछ एक ऐसे फाइटर विमान हैं जिन पर पूरे देश को नाज है. इन सब में सबसे खतरनाक विमान है 4.5 जेनरेशन सुखोई, जो करीब 1350 किलो मीटर की रफ्तार से हवा से बातें करता है. इस विमान को भारत ने सैन्य सामानों के व्यापार के लिए सबसे भरोसेमंद देश रूस से खरीदा है. भारतीय वायु सेना के बेड़े में ऐसे करीब 40 सुखोई विमान शामिल हैं. वायु सेना के जंगी बेड़े में मिराज, मिग 29, जगुआर और मिग 27 जैसे लड़ाकू विमान की उपस्थिति के कारण भारतीय वायु सेना दुश्मनों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहती है.
37. जंग के दौरान हेलिकॉप्टरों की भूमिका भी काफी अहम होती है, जिसे कई तरीके से काम में लिया जाता है. खास तौर पर युद्ध के स्थान पर लड़ रहे सेना के जवानों के लिए जरूरी सामान, खाने-पीने की चीज़ें लाने और ले जाने के साथ-साथ दुर्गम स्थानों पर छिड़ी जंग में सैनिकों को ले जाने में ये हेलिकॉप्टर अहम भूमिका निभाते हैं. भारतीय वायु सेना में करीब 600 से भी अधिक हेलिकॉप्टर शामिल हैं जो साझा तौर पर तीनों सेनाओं के लिए काम आते हैं.
38. बता दें कि साल 1965 में छिड़े भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना की क्षमता पाकिस्तान के आगे थोड़ी कम थी. मगर भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी आक्रमण को इस कदर ध्वस्त किया कि पाकिस्तान आज तक थर्राता है.
39. 1971 भारत-पाक युद्ध में तो एयरफोर्स ने ऐसी मिसाल पेश की जिसका उदाहरण आज भी दिया जाता है. इस युद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना ने 29 पाकिस्तानी टैंकों, 40 ए.पी.सी. और एक ट्रेन को तबाह कर दिया था.
40. युद्ध में वीरता और अदम्य साहस का परिचय देते हुए निर्मल जीत सिंह सेखों ने वीरता के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र अपने नाम किया. उन्हें यह सम्मान 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच उनकी आखिरी लड़ाई के लिए दिया गया. इस जंग में निर्मल जीत सिंह सेखों की शहादत हो गई थी.
41. देश की सेवा करने के साथ-साथ आपदा और विपत्तियों में भी भारतीय वायु सेना लोगों के काम आई हैं. 2013 में आई भीषण बाढ़ के दौरान भारतीय वायु सेना की तरफ से चलाया गया ऑपरेशन राहत अपनी तरह का विश्व का सबसे बड़ा ऑपरेशन था. इस ऑपरेशन में भारतीय वायु सेना ने हेलिकॉप्टर की मदद से इस भीषण बाढ़ में फंसे लोगों की जान की रक्षा की थी.
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