आप ने बहुत सारी अजब गजब रोचक कहानिया न्यूज़ पड़ी होगी लेकिन क्या आप ने कभी एसा सोचा की कुछ खाए और कुछ अपना काम होजाए जी है एक एसी अजब गजब खबर बताने जा रहे है मित्रो आपने ऐसी विचित्र परम्परा के बारे में न ही कभी सुना होगा न ही कभी सोचा होगा जिसमे पान खिलाकर युवा पुरुष लडकियों को भगा कर ले जाते है | इस विचित्र परम्परा को निभाने के लिए मध्यप्रदेश के निमाड़ गाँव में एक मेला लगता है जिसको भगोरिया मेला कहते है | भगोरिया मेला , जैसा नाम से ही पता चलता है कि इसमें लडके दुसरी लडकियों को भगा कर ले जाते है | इस पारम्परिक मेले को निमाड़ गाँव के भील और भिलाला आदिवासियों के द्वारा निभाया जाता है जिसमे आदिवासी पुरुष अपनी पंसद की लडकी की तलाश करते है |
भगोरिया मेले की शुरवात होली के एक सप्ताह पहले से ही शुरू हो जाता है जिसे मध्य प्रदेश के निमाड़ इलाके के झाबुआ ,बडवानी , धार और अलीराजपुर नामक जगहों पर मनाया जाता है | इस पर्व को आदिवासी लोग होली के एक सप्ताह पहले से लेकर होली तक मनाते है |
इस मेले में युवा पुरुष सज धजकर तैयार होकर आते है और उसी तरह युवतियों भी पुरुषो को रिझाने के लिए रंगीन कपड़े पहनकर इस मेले में पुरे शृंगार के साथ आती है | इसके बाद लडके अपनी पसंद की लडकी को तलाशना शूरू कर देते है और जब उन युवा पुरूषों की तलाश पुरी हो जाती है तो वो अपनी पसंद की लडकी को पान खिलाकर मेले से भाग जाते है | इस तरह मेले से भाग जाने के कारण ही इसे भगोरिया पर्व कहा जाता है |
इस पर्व के कुछ दोनों बाद आदिवासी समाज के लोग एक साथ इखट्टे होकर उन दोनों नवयुवक और युवतियों को पति-पत्नी का दर्जा दे देते है | इस मेले में ना केवल मध्य प्रदेश से बल्कि गुजरात और राजस्थान के आदिवासी इलाको के इनकी जनजाति के लोग भी इस मेले में शरीक होते है जिसके कारण इस मेले में काफी भीड़ जमा हो जाती है |